इंस्टा पर दोस्ती फिर प्यार, शादी का दबाव बनाने पर चचेरे भाई के साथ मिलकर मां-बेटे की हत्या

Jun 27, 2025 - 11:53
इंस्टा पर दोस्ती फिर प्यार, शादी का दबाव बनाने पर चचेरे भाई के साथ मिलकर मां-बेटे की हत्या

भिलाई। दुर्ग जिले के अमलेश्वर थाना क्षेत्र के खम्हरिया में डबल मर्डर के आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए हैं। अमलेश्वर पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आपस में चचेरे भाई हैं। हत्या के पीछे की वजह महिला द्वारा शादी का दबाव बनाना सामने आया है। मृतका की पहचान सुनीता चतुर्वेदी पति स्व दीपक चतुर्वेदी (32 ) के रूप में हुई है। वहीं मृत बालक काव्यांश चतुर्वेदी पिता स्व दीपक चतुर्वेदी (8) है। दोनों रायपुर के रहने वाले थे। पुलिस ने इस मामले में खम्हरिया में रहने वाले छत्रपाल सिंगौर और उसके चचेरे भाई शुभम सिंगौर को गिरफ्तार किया है।

बता दें रविवार को अमलेश्वर थाना क्षेत्र में खम्हरिया गांव के दो अलग-अलग कुओं में महिला और बच्चे की लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी। महिला व बच्चे को मारकर बोरे में बांधकर फेंक दिया गया था। ग्रामीणों की सूचना पर अमलेश्वर पुलिस पहुंची और दोनों के शवों को बाहर निकाला गया। शव पूरी तरह से अकड़ चुके थे। पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी विजय अग्रवाल भी मौके पर पहुंचे थे और आरोपियों की शीघ्र पतासाजी का निर्देश दिया था। शव मिलने के दूसरे ही दिन पुलिस ने मामले में दो आरोपियों छत्रपाल सिंगौर और उसके चचेरे भाई शुभम सिंगौर को गिरफ्तार कर लिया है।

इंस्टा के जरिए हुई दोस्ती

जानकारी में बताया गया है कि सुनीता चतुर्वेदी रायपुर में एक प्राइवेट स्कूल में टीचर का काम करती थी। उसकी खम्हरिया निवासी छत्रपाल सिंगौर से इंस्ट्राग्राम के जरिए दोस्ती हुई। धीरे धीरे यह दोस्ती प्यार में बदल गई। सुनीता चतुर्वेदी के पति का निधन हो चुका था। उसने छत्रपाल को बताया कि वह अपने मातापिता के साथ रायपुर में रहती है। इस पर छत्रपाल ने भी कहा कि उसकी शादी नहीं हुई है और वह उससे शादी कर उसके बच्चे को भी अपना लेगा। इसके बाद वह लगातार सुनीता से संबंध बनाता रहा।

बना रही थी शादी का दबाव

इस बीच सुनीता बार बार शादी करने एवं साथ में रहने के लिए दबाव बनाने लगी। इस पर छत्रपाल लगातार टालता रहा। इस बीच छत्रपाल ने समाज की लड़की से परिवार वालों की मर्जी से शादी कर ली। इसकी जानकारी लगने के बाद सुनीता बार बार अपने बच्चे को लेकर छत्रपाल सिंगौर के साथ रहने के लिए दबाव बनाने लगी। दबाव बढ़ता देख छत्रपाल सिंगौर अपने चचेरे भाई शुभम सिंगौर के साथ मिलकर सुनिता व उसके बच्चे को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।

खेत में गला दबा कर हत्या, शवों को कुएं में फेंका

18 जून को छत्रपाल सिंगौर रायपुर से सुनीता व उसके 08 साल के बच्च्चे को अपने इलेक्ट्रीक स्कूटी में बैठाकर अपने गांव ग्राम खम्हरिया लाया जहां उसका योजना आधार से चचेरा भाई शुभम कुमार गांव में बताये गए स्थान पर मिला। इकसे बाद दोनों ने मिलकर सुनीता व उसके बच्चे की खेत में गला दबाकर हत्या की और  साक्ष्य मिटाने के उद्देशय से शवों को अलग अलग साडी में लपेटकर बोरी में डालकर एवं पत्थर बाधकर अलग अलग एक कुंए में मां एवं दूसरे कुंए में बच्चे को डाल दिये।


रायपुर के सिविल लाइन्स थाने में दर्ज थी गुमशुदगी

इधर 18 जून से सुनीता और काव्यांश के गायब रहने से उनके नजदीकी रिश्तेदार परेशान हो गए। मोबाइल फोन पर कॉल रिसीव नहीं हो रहा था। फिर 19 जून से मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा। हर संभावित जगह पर खोजबीन करने के बावजूद उनका कोई सुराग नहीं मिला तो रायपुर के सिविल लाइन थाने में सुनीता और काव्यांश की गुमशुदगी दर्ज करा दी गई। इसी बीच 22 जून को अमलेश्वर थाना के खम्हरिया गांव के अलग-अलग कुओं से महिला व बच्चे की बंद बोरी में लाश मिली तो पुलिस ने सिविल लाइन थाने से संपर्क किया। फिर रिश्तेदारों ने मृतकों की पहचान सुनीता और उसके बेटे काव्यांश के रूप में कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी तत्परता दिखाई और 12 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

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