कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पीएम मोदी के स्वतंत्रता दिवस भाषण पर उठाए सवाल, बांग्लादेश संकट और हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर मांगा जवाब

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए भाषण के बाद, कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने उन पर तीखा हमला किया और बांग्लादेश संकट पर सवाल उठाए। खेड़ा ने पूछा कि पीएम मोदी, जो खुद को 'हिंदुओं का रक्षक' बताते हैं, ने पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए अब तक क्या कदम उठाए हैं।
खेड़ा ने कहा, "वह खुद को हिंदुओं का रक्षक कहते हैं, बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। तो बताइए कि बांग्लादेश के हिंदुओं की सुरक्षा के लिए आपने क्या कदम उठाए हैं? वह हमेशा अपनी बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन क्या उन्होंने वास्तव में कुछ किया है?"
खेड़ा ने प्रधानमंत्री मोदी पर यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अपमान किया है। खेड़ा ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि एक समय भारत आतंकवादी हमलों का शिकार था, जिससे अटल जी के नेतृत्व का अनादर होता है।
उन्होंने कहा, "पीएम मोदी ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया, उससे मैं निराश हूं। उन्हें अपने पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए। वह अटल जी के खिलाफ इस तरह से बोलते हैं, जैसे कि पहले की सरकारों के समय आतंकवादी हमले हुए थे। मुझे याद है कि संसद पर हमला अटल जी के समय हुआ था। मुझे याद है कि कंधार विमान का अपहरण हुआ था। हम सभी जानते हैं कि ये सब घटनाएँ हुई थीं।"
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा, "भारत, जो कभी आतंकवादी हमलों का शिकार था, अब बहादुर और मजबूत हो गया है। हमारी कठोर कार्रवाई, जैसे सर्जिकल स्ट्राइक, हमारे लोगों को गर्व से भर देती है।" इस पर प्रतिक्रिया देते हुए खेड़ा ने पीएम मोदी की भाषा की निंदा की और उन्हें याद दिलाया कि आतंकवादी हमले अटल जी के कार्यकाल में भी हुए थे।
खेड़ा ने पीएम मोदी द्वारा संविधान को 'सांप्रदायिक नागरिक संहिता' कहे जाने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह बयान संविधान निर्माता डॉ. बी.आर. आंबेडकर का अपमान है। खेड़ा ने जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को इस प्रकार के संवेदनशील मुद्दों पर बोलते समय सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि उनका पद और उनकी बातें देशभर में गूंजती हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी कहा कि पीएम मोदी को बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की स्थिति पर तत्काल ध्यान देना चाहिए और इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री खुद को हिंदुओं का रक्षक बताते हैं, तो उन्हें इस जिम्मेदारी को निभाना चाहिए और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए आवाज उठानी चाहिए।
खेड़ा के इन सवालों और आरोपों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। बीजेपी ने अभी तक इन बयानों का कोई औपचारिक जवाब नहीं दिया है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक इस पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी के भाषण के बाद कांग्रेस द्वारा उठाए गए ये सवाल देश की आंतरिक और बाहरी राजनीति पर महत्वपूर्ण असर डाल सकते हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी और पीएम मोदी खेड़ा के इन आरोपों का किस तरह से जवाब देते हैं। क्या वे खेड़ा के सवालों का सामना करेंगे, या फिर इस मुद्दे को नजरअंदाज करेंगे? इस पर देश की जनता और राजनीतिक दलों की नजरें टिकी हुई हैं।
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