केरल में प्रकृति का कहर , वायनाड में लैंडस्लाइड से तबाही, 150 लोगों की मौत और करीब 91 लापता !

वायनाड में लैंडस्लाइड के कारण 150 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। सेना और वायुसेना भी बचाव अभियान में शामिल हो गई हैं। भारी बारिश के कारण 11 जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए भारी बारिश की चेतावनी दी है।

Jul 31, 2024 - 06:09
Jul 31, 2024 - 16:06
केरल में प्रकृति का कहर , वायनाड में लैंडस्लाइड से तबाही, 150 लोगों की मौत और करीब 91 लापता !
केरल के वायनाड जिले में भारी बारिश के कारण लैंडस्लाइड हुआ है, जिसमें 150 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं,अभी भी कई लोग फंसे हुए हैं। भूस्खलन से घरों और सड़कों को भारी नुकसान हुआ है, पेड़ उखड़ गए हैं और नदियां उफान पर हैं। लापता लोगों की तलाश और बचाव के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है।
 
केरल जनसंपर्क विभाग ने बताया कि बचाव कार्य के लिए एझिमाला नौसेना अकादमी की 60 टीमें चूरलमाला पहुंच गई हैं। इस टीम का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडेंट आशीर्वाद कर रहे हैं, जिसमें 45 नाविक, पांच अधिकारी, छह फायर गार्ड और एक डॉक्टर शामिल हैं।
 
सेना, नौसेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, पुलिस और अग्निशमन दल मिलकर कठिन परिस्थितियों में बचाव कार्य कर रहे हैं। कयाकिंग, कोराकल बोटिंग और ट्रैकिंग जैसी पर्यटन गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सोमवार तक शाम 7 बजे से सुबह 6 बजे तक पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा पर भी रोक लगाई गई है।
 
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) के अनुसार, अग्निशमन और बचाव दल, नागरिक सुरक्षा, एनडीआरएफ और स्थानीय आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमें बचाव अभियान में जुटी हैं। डीएससी सेंटर कन्नूर से 200 भारतीय सेना के जवान और कोझिकोड से 122 टीए बटालियन भी मौके पर मौजूद हैं। इसके अलावा, वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर, एक Mi-17 और एक ALH, भी बचाव अभियान में सहायता कर रहे हैं। वायनाड के विभिन्न अस्पतालों में 120 से अधिक घायलों का इलाज चल रहा है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि 116 शवों का पोस्टमॉर्टम पूरा हो चुका है।
 
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने वायनाड और आसपास के जिलों में 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। 31 जुलाई और 1 अगस्त को भारी बारिश की संभावना है, और 2 अगस्त के लिए भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। आपदा और लगातार बारिश को देखते हुए, 31 जुलाई को सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। कासरगोड, कन्नूर, कोझिकोड, वायनाड, मलप्पुरम, पलक्कड़, त्रिशूर, इडुक्की, एर्नाकुलम, अलप्पुझा और पठानमथिट्टा जिलों में भी छुट्टी घोषित की गई है।

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