जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवाद प्रभावित जिलों में बनाई 19 विशेष आतंक-रोधी इकाइयां

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवाद प्रभावित जिलों में 19 विशेष आतंक-रोधी इकाइयों का गठन किया है जिनका नेतृत्व एक उप पुलिस अधीक्षक (Dy SP) करेंगे। ये इकाइयां आठ जिलों में तैनात होंगी, जिनमें उधमपुर, कठुआ, रियासी, डोडा, किश्तवाड़, रम्बन, राजौरी और पुंछ शामिल हैं। इन इकाइयों का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ अभियान चलाना और सामान्य अपराधों पर भी नियंत्रण रखना है। ये इकाइयां सुरक्षा बलों के साथ मिलकर पीर पंजाल और चेनाब क्षेत्रों में आतंकवादी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए काम करेंगी, जिससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

Aug 16, 2024 - 05:25
Aug 16, 2024 - 06:25
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवाद प्रभावित जिलों में बनाई 19 विशेष आतंक-रोधी इकाइयां

श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर पुलिस ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और मजबूती देने के लिए 19 विशेष आतंक-रोधी इकाइयों का गठन किया है। हर इकाई का नेतृत्व एक उप पुलिस अधीक्षक (Dy SP) द्वारा किया जाएगा। इन इकाइयों को जम्मू-कश्मीर के आठ आतंकवाद प्रभावित जिलों में तैनात किया जाएगा, जहां वे आतंकवाद के खिलाफ अभियान चलाने के साथ-साथ सामान्य अपराधों पर भी नजर रखेंगी।

एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि ये इकाइयां उन जिलों में तैनात की जाएंगी जहां हाल के समय में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि हुई है। इनमें उधमपुर जिला शामिल है, जहां लट्टी और पंचारी जैसे क्षेत्रों में इन इकाइयों को तैनात किया जाएगा। वहीं, कठुआ जिले में मल्हार और बानी जैसे क्षेत्रों में आतंक-रोधी इकाइयां काम करेंगी।

अधिकारी ने बताया कि रियासी जिले में इन इकाइयों को पौनी/रंसू, महोर/छसाना, गुलाबगढ़ और पासाना जैसे इलाकों में तैनात किया जाएगा। इसके अलावा, डोडा जिले में देशा/कस्तिगढ़ और अस्सर में आतंक-रोधी इकाइयां तैनात होंगी। किश्तवाड़ जिले में दचन और ड्रबशल्ला में इन इकाइयों की तैनाती की जाएगी।

रम्बन जिले में रामसू, चंदरकोट/बाटोट और संगलदान/धारमकुंड जैसे इलाकों में ये इकाइयां तैनात होंगी। वहीं, राजौरी जिले के कलाकोट क्षेत्र में एक इकाई तैनात की जाएगी। पुंछ जिले में बफलियाज/बेहरामगला, मंडी/लोरन और गुरसाई क्षेत्रों में आतंक-रोधी इकाइयां कार्यरत होंगी।

इन विशेष इकाइयों का प्राथमिक उद्देश्य आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाना और उन क्षेत्रों में सुरक्षा सुनिश्चित करना है जहां हाल के वर्षों में आतंकवाद ने अपनी जड़ें जमा ली हैं। ये इकाइयां नियमित अपराधों पर भी काम करेंगी और स्थानीय पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ मिलकर आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगी। खासकर पीर पंजाल और चेनाब की पर्वत श्रृंखलाओं में आतंकवाद को खत्म करने के लिए ये इकाइयां सुरक्षा बलों के साथ निकट समन्वय में काम करेंगी।

पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इन इकाइयों के गठन से आतंकवाद पर अंकुश लगेगा और प्रभावित क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा बहाल होगी। इसके साथ ही, इन क्षेत्रों में सामान्य अपराधों पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी ताकि स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

विशेष आतंक-रोधी इकाइयों के गठन के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस ने साफ संकेत दिया है कि राज्य में आतंकवाद के खिलाफ उनकी लड़ाई अब और सख्त होगी।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow