नितिन गडकरी जी ने सड़क दुर्घटना पीड़ितो के लिए मुफ़्त कैशलेस उपचार की घोषणा की
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी जी ने बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखकर सड़क दुर्घटना पीड़ितो के लिए मुफ़्त कैशलेस उपचार की घोषणा की है। खर्च का भुगतान मोटर वाहन दुर्घटना निधि से किया जाएगा।

नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए मुफ्त कैशलेस उपचार प्रदान करने की एक नई पहल की घोषणा की है। इस पायलट परियोजना का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को तत्काल और उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराना है।
गडकरी ने कहा कि इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत सड़क दुर्घटना की तारीख से अधिकतम 7 दिनों तक 1.5 लाख रुपये तक का कैशलेस उपचार प्रदान किया जाएगा। इस पहल को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) द्वारा लागू किया जाएगा, जो पुलिस, अस्पतालों और राज्य स्वास्थ्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम करेगा।
इस योजना के तहत अस्पतालों द्वारा किए गए उपचार के खर्च का भुगतान मोटर वाहन दुर्घटना निधि से किया जाएगा, जिसे मोटर वाहन (संशोधन) अधिनियम, 2019 के तहत स्थापित किया गया था। इस परियोजना को एक आईटी प्लेटफॉर्म के माध्यम से लागू किया जाएगा, जो MoRTH के ई-डिटेल्ड एक्सीडेंट रिपोर्ट (eDAR) एप्लिकेशन और NHA के ट्रांजेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम (TMS) के साथ मिलकर काम करेगा।
नितिन गडकरी ने बताया कि 2022 में भारत में कुल 4.6 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1.68 लाख लोगों की मौत हुई और 4 लाख लोग घायल हुए। इन दुर्घटनाओं में हर घंटे 53 हादसे होते हैं और 19 लोग अपनी जान गंवाते हैं। उन्होंने इस गंभीर समस्या को ध्यान में रखते हुए सड़क सुरक्षा को मजबूत करने के लिए चार 'ई' (इंजीनियरिंग, एनफोर्समेंट, एजुकेशन और इमरजेंसी चिकित्सा सेवा) पर जोर दिया।
गडकरी ने यह भी बताया कि 60 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं में मरने वाले 18 से 35 वर्ष के आयु वर्ग के होते हैं, जो परिवारों के लिए न केवल भावनात्मक बल्कि आर्थिक संकट भी पैदा करता है। सड़क दुर्घटनाओं में 2021 की तुलना में 2022 में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे इस समस्या की गंभीरता और बढ़ जाती है।
इस पायलट परियोजना का मुख्य उद्देश्य दुर्घटनाओं के बाद पीड़ितों को समय पर और उचित चिकित्सा सेवा प्रदान करना है। अस्पतालों द्वारा किए गए इलाज के खर्च को मोटर वाहन दुर्घटना निधि से पूरा किया जाएगा, जिससे पीड़ितों को वित्तीय चिंता से मुक्त रखा जा सकेगा। इस परियोजना को एक आईटी प्लेटफॉर्म के माध्यम से लागू किया जाएगा, जो MoRTH के ई-डिटेल्ड एक्सीडेंट रिपोर्ट (eDAR) एप्लिकेशन और NHA के ट्रांजेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम (TMS) के साथ मिलकर काम करेगा।
NHA, जो आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) को लागू करने के लिए जिम्मेदार है, इस पायलट परियोजना के लिए नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करेगी। NHA पुलिस, अस्पतालों और राज्य स्वास्थ्य एजेंसियों के साथ निकट समन्वय में काम करेगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सड़क दुर्घटना पीड़ितों को समय पर और प्रभावी उपचार मिल सके।
यह योजना सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। गडकरी ने यह भी बताया कि सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए स्कूलों, कॉलेजों, एनजीओ, स्टार्ट-अप्स, तकनीकी प्रदाताओं, IITs, और विश्वविद्यालयों के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
नितिन गडकरी द्वारा की गई इस पहल से भारत में सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद है। सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को समय पर और उचित उपचार प्रदान करने से न केवल उनकी जान बचाई जा सकेगी बल्कि उनके जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। यह कदम सड़क सुरक्षा के प्रति सरकार की गंभीरता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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