बीसलपुर बांध में बारिश के बाद भी घट रहा है पानी , सिर्फ 29.26% जल बचा !

बिलासपुर बांध में बारिश के बाद भी घटता पानी बेहद चिंता का विषय बन चुका हैं। तीन दिनों में करीब पांच सेंटीमीटर तक बांध से पानी कम हो चुका है , जिसने आस पास के क्षेत्र की भी चिंता बड़ा दी हैं।

Jul 24, 2024 - 09:39
Jul 24, 2024 - 09:57
बीसलपुर  बांध  में  बारिश  के  बाद  भी  घट  रहा  है  पानी ,  सिर्फ  29.26%  जल  बचा !
बीसलपुर बांध में बारिश के बाद भी  पानी घटता ही जा रहा है, वर्तमान समय की अगर बात करें तो सिर्फ 29.26% जल बचा, जिससे चिंता बढ़ रही है। सावन के महीने में भी बीसलपुर बांध का जल स्तर प्रतिदिन 2 सेंटीमीटर कम हो रहा है। जयपुर, अजमेर, और टोंक समेत कई शहरों में इस बांध से पानी की सप्लाई होती है। 
 
बीसलपुर बांध की कुल भराव क्षमता 315 आरएल मीटर और 38.5 टीएमसी है। इस साल टोंक जिले में 346.46 मिमी बारिश हुई है, लेकिन राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, और अजमेर क्षेत्रों से बांध में पानी नहीं आया है। त्रिवेणी और डाई नदियों से अब तक पानी की आवक न होने से चिंता बढ़ गई है। वर्तमान में बांध में 310.19 आरएल मीटर पानी बचा है, जो कि इसकी कुल भराव क्षमता का 29.26% है। अब उम्मीदें कैचमेंट एरिया में मॉनसून की बारिश पर टिकी हैं।
 
बीसलपुर बांध में तीन दिनों में 5 सेंटीमीटर पानी कम हुआ है। रविवार को 310.24 मीटर पानी था, जो बुधवार को घटकर 310.19 मीटर रह गया है। बांध का घटता जल स्तर बेहद चिंता का विषय है, क्योंकि राजधानी जयपुर की पानी की पूरी उम्मीदें इस बांध पर टिकी हैं। वर्तमान में बांध से प्रतिदिन 1 हजार एमएलडी(mld) पानी जयपुर, अजमेर और टोंक को दिया जा रहा है, जिसमें जयपुर को 650 एमएलडी, अजमेर को 300 एमएलडी और टोंक को 50 एमएलडी पानी दिया जा रहा है।
 
बांध के जलग्रहण क्षेत्र में पिछले 20 वर्षों में बजरी और गाद के आने से इसकी स्टोरेज क्षमता पर भी बुरा असर पड़ा है। इस स्थिति में कब बीसलपुर बांध की उम्मीदें टूट जाएं, कहा नहीं जा सकता। अब बस अच्छी मॉनसून बारिश पर ही बांध और राजधानी जयपुर सहित कई शहरों की उम्मीदें टिकी हैं।
 
अगर जोरदार बारिश हो तो बीसलपुर बांध भर सकता है। टोंक में बनास नदी पर बने बीसलपुर बांध में पानी की आवक राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा और अजमेर से होती है। यह पानी त्रिवेणी, बनास नदी, डाई, और खारी नदियों के माध्यम से आता है। लेकिन इस बार भीलवाड़ा के त्रिवेणी संगम पर बनास का गेज 0 दर्ज है, जो चिंताजनक है। इन जिलों में फिलहाल तालाब और बांध भी खाली हैं, जो बारिश के बाद भरेंगे और फिर पानी बीसलपुर बांध तक पहुंचेगा।
 
बीसलपुर बांध अब तक 6 बार ओवरफ्लो हो चुका है। पहली बार 2004 में पूरी भराव क्षमता का पानी रोका गया था। 2004 में ही यह पहली बार पूरा भर गया था। इसके बाद 2006, 2014, 2016, 2019, और 2022 में यह बांध ओवरफ्लो हुआ था। सबसे ज्यादा 2019 में इस बांध के 18 गेटों को खोलकर पानी की निकासी की गई थी, जिसमें काफी पानी बनास नदी में छोड़ा गया था।

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