मौसम विभाग ने गुरुवार को मुंबई के लिए येलो अलर्ट, ठाणे और पालघर के लिए ऑरेंज अलर्ट और रायगढ़ के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मुंबई में भारी बारिश से सड़कें जलमग्न हो गई हैं , चेंबूर की सड़कों पर पानी भर गया है और विहार झील ओवरफ्लो हो गई है ,मीठी नदी भी उफान पर है ,पुणे में स्थिति और भी खराब है, कई सोसायटियों में पानी घुस गया है और स्कूल बंद कर दिए गए हैं। पुणे में करंट लगने के कारण तीन लोगों की मौत हो चुकी है। जुलाई महीने में महाराष्ट्र में भारी बारिश हो रही है , मुंबई में अब तक 1505.5 मिमी बारिश हो चुकी है, जो पिछले साल जुलाई के 1771 मिमी के रिकॉर्ड के करीब है।
डोंबिवली और कल्याण इलाक़ों की सड़कों पर भी पानी भर गया है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है। पुणे में भी भारी बारिश से नदी किनारे की हाउसिंग सोसायटियों में पानी भर गया है और दमकल विभाग बचाव कार्य में लगा हुआ है। कुछ इलाकों में पानी कमर तक पहुंच गया है। सिंह गढ़ रोड पर भी पानी भर गया है और प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। पुणे की लगभग 15 सोसायटियों में पानी घुस गया है और करंट लगने के कारण तीन लोग अपनी जान भी गवा चुके है। पुणे के चार अलग-अलग स्थानों पर 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है और स्कूलों को बंद कर दिया गया है। मौसम विभाग ने गुरुवार को मुंबई, ठाणे, पालघर और रायगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
कर्नाटक से गुजरात तक एक ऑफशोर ट्रफ सक्रिय हो गया है, जिससे मुंबई समेत कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। पालघर और ठाणे के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। रायगढ़ और रत्नागिरी में भी भारी बारिश की संभावना है। कोंकण और विदर्भ क्षेत्र में भी भारी बारिश हो रही है, जिससे नदियाँ उफान पर हैं और निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। मुंबई और अन्य क्षेत्रों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। रायगढ़ जिले में भारी बारिश के कारण स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है और शिक्षकों को राहत और बचाव कार्यों में मदद करने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, स्थानीय प्रशासन, नगर निकाय और पुलिस को मौसम विभाग से जानकारी लेकर नागरिकों को राहत प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बाढ़ नियंत्रण और यातायात में बदलाव की जरूरत पर जोर दिया है।