भारतीय निशानेबाज 20 वर्षीय रमिता जिंदल , ने पेरिस ओलंपिक की 10 मीटर महिला एयर राइफल कंपीटीशन के क्वालिफिकेशन में पांचवां स्थान प्राप्त कर फाइनल में प्रवेश किया। इलावेनिल वलारिवान 10वें स्थान पर रहते हुए बाहर हो गई थीं। रमिता ने 2022 एशियाई खेलों में दो पदक जीतकर अपनी पहचान बनाई थी। अब उनसे शूटिंग में एक और पदक की उम्मीद है। मनु भाकर ने ओलंपिक में 15 मीटर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रचा है, और अब सभी की नजरें रमिता पर हैं।
अपनी कम उम्र के बावजूद, रमिता ने 2023 बाकू विश्व चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता मेहुली घोष जैसे एथलीटों को टक्कर देकर पेरिस 2024 ओलंपिक में अपनी जगह पक्की की थी। पिछले 20 सालों में मनु भाकर के बाद वह पदक दौर तक पहुंचने वाली दूसरी भारतीय महिला निशानेबाज हैं। उनकी कोच सुमा शिरूर (एथेंस 2004) के बाद ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला राइफल शूटर भी हैं।
रमिता का जन्म हरियाणा के लाडवा में हुआ था। उनकी शूटिंग जर्नी एक स्थानीय अकादेमी में शामिल होकर शुरू हुई। उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की हैं । 2021 जूनियर विश्व चैंपियनशिप में महिलाओं की स्पर्धा में ब्रॉन्ज पदक जीतकर अपनी प्रतिभा दिखाई। 2022 में, उन्होंने काहिरा में जूनियर विश्व चैंपियनशिप में व्यक्तिगत और टीम स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद, उन्होंने बाकू में 2022 ISSF विश्व कप में स्वर्ण पदक और चांगवोन में 10 मीटर एयर राइफल टीम कंपीटीशन में स्वर्ण पदक जीता। 2022 एशियाई खेलों में, रमिता ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में रजत और व्यक्तिगत कंपीटीशन में ब्रॉन्ज पदक जीते हैं।
अब रमिता ने फाइनल में अपनी जगह बनाई है। देखना है कि वह फाइनल में इतिहास रच पाती हैं या नहीं। मनु भाकर भी मेडल जीतने के करीब हैं।
रमिता ने क्वालिफिकेशन राउंड में 6 सीरीज में कुल 631.5 का स्कोर कर फाइनल में अपनी जगह बनाई। इस इवेंट का फाइनल 29 जुलाई को भारतीय समयानुसार दोपहर एक बजे से होगा।