उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार को एक तेज रफ्तार कार ने एक महिला की स्कूटी को टक्कर मार दी, जिस पर उसके साथ उसकी बेटी सवार थी । महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई और बेटी गंभीर रूप से घायल हैं। कार को एक 17 साल का नाबालिग लड़का चला रहा था।
पुलिस ने जानकारी दी कि कार 17 साल के एक लड़के द्वारा चलाई जा रही थी, जो कानपुर के एक व्यस्त सड़क पर स्टंट करने की कोशिश कर रहा था। घटना का वीडियो एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है, जो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है।
वीडियो में दिख रहा है कि महिला और उसकी बेटी स्कूटर पर जा रही थीं, तभी विपरीत दिशा से आती हुई एक अनियंत्रित तेज रफ्तार कार ने स्कूटर को जोरदार टक्कर मार दी। यह टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि महिला और उसकी बेटी दोनों अलग-अलग दिशाओं में हवा में उछल गईं।
पुलिस के अनुसार, राहगीरों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया। अधिकारियों ने बताया कि महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि उसकी बेटी के कई फ्रैक्चर हुए हैं और उसका इलाज चल रहा है। लड़के को हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले, महाराष्ट्र के पुणे शहर के कल्याणी नगर इलाके में 19 मई को , एक नाबालिग लड़के ने शराब के नशे में धुत होकर कार से दो मोटरसाइकिल सवार युवाओं को टक्कर मार दी थी, जिसमें मध्य प्रदेश के आईटी इंजीनियर युवक और युवती की मौत हो गई थी। आरोपी नाबालिग लड़के के पिता, विशाल अग्रवाल, एक प्रतिष्ठित बिल्डर हैं।
अब सवाल यह आता है कि मां-बाप नाबालिक बच्चों को कार चलने की इज्जत ही क्यों देते है, बच्चों के मस्ती मज़ाक के चक्कर में किसी बेगुना की जान चली जाती है, किसी का परिवार उजड़ जाता है ।