ओल्ड राजेंद्र नगर में UPSC की तैयारी करने वाली लड़की ने की आत्महत्या !

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों के बीच एक और दुखद घटना सामने आई है। महाराष्ट्र की अंजलि नामक छात्रा, जो दिल्ली में किराए के कमरे में रहकर सिविल सेवा परीक्षा(UPSC) की तैयारी कर रही थी, ने 21 जुलाई को आत्महत्या कर ली।

Aug 3, 2024 - 14:13
Aug 3, 2024 - 14:44
ओल्ड  राजेंद्र  नगर  में  UPSC की  तैयारी  करने  वाली  लड़की  ने  की  आत्महत्या !
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों के बीच एक और दुखद घटना सामने आई है। महाराष्ट्र की अंजलि नामक छात्रा, जो दिल्ली में किराए के कमरे में रहकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही थी, ने 21 जुलाई को आत्महत्या कर ली। यह घटना तीन अन्य छात्रों की मौत के बाद आई, जिन्होंने हाल ही में अपनी जान गंवाई थी। अंजलि के पास से मिले सुसाइड नोट में उसने डिप्रेशन और पढ़ाई के दबाव के कारण अपने जीवन को समाप्त करने का कारण बताया।
 
अंजलि ने अपने सुसाइड नोट में पीजी और हॉस्टल मालिकों द्वारा छात्रों से पैसे वसूलने की बात कही है। उसने लिखा कि हर छात्र इन उच्च किरायों का बोझ नहीं उठा सकता। उसने अपने नोट में कहा, "मैंने बहुत कोशिश की आगे बढ़ने की, लेकिन मैं नहीं कर सकी। मैंने डिप्रेशन से निकलने की कोशिश की, पर सफल नहीं हो पाई। मेरा केवल एक सपना था, यूपीएससी को पहली बार में पास करना। आप सभी ने मुझे बहुत सपोर्ट किया, लेकिन मुझसे नहीं हो पा रहा है। मैं बहुत असहाय महसूस कर रही हूं और अब मैं जा रही हूं।"
 
अंजलि ने अपनी नोट में अपनी स्थिति की असहायता और निराशा का जिक्र किया। उसने लिखा, "पीजी और हॉस्टल के मालिक सिर्फ पैसे लूट रहे हैं। छात्रों पर वित्तीय दबाव बहुत अधिक है, और हर कोई इसे सहन नहीं कर सकता।" उसने कहा कि उसने डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए बहुत कोशिश की, लेकिन वह इसमें असफल रही। उसका मानना था कि आत्महत्या कोई समाधान नहीं है, फिर भी उसने यह कदम उठाया।
 
अंजलि ने किरन आंटी का भी उल्लेख किया, जो हमेशा उसके साथ खड़ी रहीं। उसने उनके समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। सुसाइड नोट के अंत में, उसने एक स्माइल बनाई और लिखा, "मैं जानती हूं कि आत्महत्या कोई समस्या का हल नहीं है। पीजी और हॉस्टल का किराया कम होना चाहिए, क्योंकि ये लोग छात्रों को लूट रहे हैं। कई छात्र इस बोझ को सहन नहीं कर पाते हैं।"
 
दिल्ली पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जांच शुरू कर दी है। अंजलि की आत्महत्या ने एक बार फिर इस तथ्य को उजागर किया है कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान छात्रों पर कितना दबाव होता है। इसके अलावा, पीजी और हॉस्टल में रहने वाले छात्रों पर बढ़ते किरायों का बोझ एक और चिंता का विषय है, जो उनके मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकता है।
 
इस दुखद घटना ने समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे छात्रों की मानसिक स्थिति को बेहतर किया जा सकता है और उन्हें सहारा दिया जा सकता है ताकि वे इस प्रकार के कठोर कदम न उठाएं। यह समय है कि शिक्षा प्रणाली, सरकार, और समाज मिलकर इस समस्या का समाधान निकालें और छात्रों को एक सुरक्षित और सहयोगपूर्ण वातावरण प्रदान करें।

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