दिल्ली पुलिस ने ISIS से जुड़े रिज़वान अब्दुल हाजी अली को किया गिरफ्तार, स्वतंत्रता दिवस से पहले बड़ी कार्रवाई
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दारियागंज के निवासी रिज़वान अब्दुल हाजी अली को ISIS के पुणे मॉड्यूल से कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी स्वतंत्रता दिवस से कुछ दिन पहले हुई है। रिज़वान पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा 3 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। NIA ने मार्च में पुणे में ISIS मॉड्यूल से जुड़ी चार संपत्तियों को "आतंकवाद की आय" के रूप में अटैच किया था।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए दारियागंज के निवासी रिज़वान अब्दुल हाजी अली को गिरफ्तार किया है। रिज़वान पर आरोप है कि वह इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के पुणे मॉड्यूल से जुड़ा हुआ है। इस गिरफ्तारी से ठीक पहले स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुरक्षा व्यवस्था को और भी कड़ा कर दिया गया है।
रिज़वान अब्दुल हाजी अली पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 3 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। NIA ने उसे ISIS मॉड्यूल ऑपरेटिव बताते हुए उस पर ये इनाम रखा था। इस गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने बताया कि यह गिरफ्तारी बहुत समय से खोजे जा रहे एक आतंकवादी के खिलाफ बड़ी सफलता मानी जा रही है।
मार्च में NIA ने पुणे में स्थित चार संपत्तियों को "आतंकवाद की आय" के रूप में अटैच किया था। ये संपत्तियां पुणे के कोंढवा इलाके में स्थित थीं और इन्हें कथित रूप से IED निर्माण, प्रशिक्षण, और आतंकवादी गतिविधियों की योजना बनाने के लिए उपयोग किया गया था। ये संपत्तियां मोहम्मद इमरान खान, मोहम्मद युनुस साकी, मोहम्मद शाहनवाज़ आलम और अन्य आरोपियों से जुड़ी थीं।
NIA का दावा है कि ये सभी लोग महाराष्ट्र, गुजरात और भारत के अन्य हिस्सों में आतंकवादी हमले करने की साजिश रच रहे थे। NIA ने बताया कि उन्होंने IED प्रशिक्षण और हथियारबंद डकैती के माध्यम से आतंकवादी फंड जुटाने का प्रयास किया था।
दिसंबर 2023 में, NIA ने महाराष्ट्र ISIS आतंकवादी मॉड्यूल मामले में छह आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था, जिसमें अंतरराष्ट्रीय संबंधों और ISIS विचारधारा के प्रसार से जुड़ी एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ था। आरोप पत्र में मुंबई के तबिश नासिर सिद्दीकी, ज़ुल्फिकार अली बारोडावाला उर्फ "लालाभाई", शारजील शेख, आकिफ अतीक नाचन, जुबैर नूर मोहम्मद शेख उर्फ "अबू नुसैबा" और पुणे के अदनान अली सरकार के नाम शामिल थे।
इन सभी पर आरोप है कि वे ISIS के प्रतिबंधित संगठन के सदस्य थे और उन्होंने भारत की सुरक्षा, इसके धर्मनिरपेक्ष मूल्यों और लोकतांत्रिक शासन प्रणाली को खतरे में डालने के लिए आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने की साजिश रची थी। पिछले साल अक्टूबर में भी, दिल्ली पुलिस ने तीन ISIS आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था, जिसमें मोहम्मद शहनवाज़ शामिल था, जिसे NIA ने अपने सबसे वांछित सूची में रखा था और उस पर पुणे में ISIS स्लीपर सेल का हिस्सा होने का आरोप था।
यह गिरफ्तारी ऐसे समय पर हुई है जब स्वतंत्रता दिवस से पहले सुरक्षा व्यवस्था के प्रति सतर्कता और बढ़ गई है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि वे देश की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं, और इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
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