बांग्लादेश की सेना ने शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद सरकार की बागडोर संभाल ली है। सेना ने शेख हसीना से कहा था कि वे अपनी जान बचाने के लिए 45 मिनट के भीतर देश छोड़ दें। सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने बताया कि हसीना के जाने के बाद अब सेना शांति से सरकार का संचालन करेगी और जल्द ही अंतरिम सरकार का गठन किया जाएगा।
बांग्लादेश में हालात तेजी से बदल रहे हैं। आरक्षण के मुद्दे पर शुरू हुआ प्रदर्शन रविवार को सरकार विरोधी आंदोलन में बदल गया। हाल की हिंसा के बाद, शेख हसीना पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया। सोमवार को उन्होंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और अपनी बहन के साथ देश छोड़ दिया। शेख हसीना ढाका से भारत आईं और उनका विमान हिंडन एयरबेस पर उतरा। माना जा रहा है कि वे अपनी बहन रेहाना के साथ लंदन जाने वाली हैं।
बांग्लादेश की सेना ने शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद सरकार का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। सेना ने शेख हसीना को सुरक्षा के लिहाज से 45 मिनट के भीतर देश छोड़ने की सलाह दी थी। जनरल वकार-उज-जमान ने कहा कि हसीना के देश छोड़ने के बाद सेना अब शांति से सरकार का संचालन करेगी और जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
शेख हसीना ने बतौर प्रधानमंत्री हिंसा पर एक संदेश रिकॉर्ड करने की इच्छा जताई थी, लेकिन उन्हें ऐसा करने का अवसर नहीं मिला। सेना के नोटिस के बाद शेख हसीना ने राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को अपना इस्तीफा सौंप दिया। अपनी सुरक्षा के लिए उन्होंने तुरंत एक सुरक्षित स्थान की तलाश में देश छोड़ दिया और भारत आ गई।