भारत ने पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल मैच में स्पेन को 2-1 से हराकर पदक जीत लिया है। इस मैच में भारत के लिए दोनों गोल हरमनप्रीत सिंह ने किए, जबकि स्पेन के लिए एकमात्र गोल मार्को मारिलेस ने किया। भारतीय हॉकी के इतिहास में 50 साल बाद ऐसा हुआ है कि टीम इंडिया ने लगातार दो ओलंपिक मेडल जीते हैं।
यह ओलंपिक में भारतीय हॉकी का 13वां मेडल है। मैच के पहले क्वार्टर में किसी भी टीम को पेनाल्टी कॉर्नर का मौका नहीं मिला। हालांकि, इस क्वार्टर के शुरुआती मिनटों में सुखजीत ने फील्ड गोल करने का एक अच्छा मौका गंवा दिया। उनके शॉट ने गोल पोस्ट के पास से होकर निकल गया। इसके बाद, दूसरे क्वार्टर में स्पेन को पेनल्टी स्ट्रोक मिला, जिसे मार्क मिरालेस ने गोल में तब्दील कर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। भारतीय टीम ने इस क्वार्टर में भी गोल करने का एक और मौका खो दिया, जब हार्दिक जरमनप्रीत के शॉट को गोलपोस्ट में डालने में असफल रहे।
इस क्वार्टर के अंतिम मिनट में भारत ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर स्कोर को 1-1 से बराबर कर दिया। यह गोल भारतीय टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने किया। तीसरे क्वार्टर में हरमनप्रीत सिंह ने एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर भारत को 2-1 की बढ़त दिलाई। यह गोल उन्होंने क्वार्टर में 12 मिनट शेष रहते हुए किया।
इसके तुरंत बाद भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन इस बार यह गोल में नहीं बदल पाया। चौथे क्वार्टर में स्पेन ने वापसी की कोशिश की और उन्हें अंतिम मिनट में लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन भारतीय डिफेंस ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए किसी भी गोल को होने नहीं दिया।